Jashne Gareeb Nawaz

Khanqah e Chishtiya
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शान ओ शौक़त से मनाया गया जशने गया ग़रीब नवाज़-----------------------------------

संडीला-हरदोई

हिन्दुस्तान के महान सूफी बुजुर्ग हज़रत ख्वाज़ा मुईनुद्दीन चिश्ती गरीब नवाज़ रह0 की याद में जशने गरीब नवाज़ का आयोजन नगर के मोहल्ला अशराफ टोला स्थित ख़ानक़ाहे साग़रया चिश्तिया में किया गया। जिसकी अध्यक्षता चौधरी नदीम साग़री ने की व संचालन मुईज़ साग़री चिश्ती ने किया।जलसे के मुख्य अतिथि तहरीक परचमें मोहम्मदी के अध्यक्ष फरीद्दुदीन अहमद ने ख्वाज़ा साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की ख्वाज़ा साहब अल्लाह उसके रसूल का पैगाम ले कर सर ज़मीने हिन्दुस्तान आये और सुल्ताने हिन्द कहलाये।उन्होने हिन्दुस्तान में प्रेम सद्भाव भाई चारगी मानवता के संदेश को बढ़ावा दिया और हमको सीधे और नेक रास्ते पर चलने की शिक्षा दी हम सब को ख़्वाजा साहब की शिक्षा पर अमल करना चाहिए। 

सज़्जादानशीं मुईज़उद्दीन अहमद सागरी चिश्ती ने कहा की सुल्ताने हिन्द ग़रीब नवाज़ का दरबार मानवता का प्रतीक है वह रूहानी केंद्र है जहाँ हर धर्म के लोग खुद बखुद खिचे चले आते हैं और मुरादें पाते हैं.

चौधरी नदीम साग़री ने कहा की ख्वाज़ा साहब की दरगाह अजमेर में हर समय गंगा जमुनी तहज़ीब का बेहतरीन नज़ारा देखने को मिलता है।इस अवसर पर मौलाना सरवर जमाल,हाफिज शाह आलम,हाफिज जीशान,इक़बाल नक़्शबन्दी,अनवारुल हक़,फरहत महमूद के अलावा शायर ज़ुबैर संदीलवी, दावर रज़ा,मो0 हसनैन "ज़िया संदीलवी "ने अपना कलाम पेश किया। हाफ़िज़ फरहानुल हक़ ने सलाम पढ़ा।दुरूद सलाम नज़र के बाद देश में अमन खुशहाली की दुआ के साथ जलसा का समापन्न हुआ।

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