Azmate Auliya Confrence

Khanqah e Chishtiya
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सण्डीला में अज़मते औलिया कॉन्फ्रेंस सम्पन्न 

वलियों की दरगाहें अमन मोहब्बत का पैग़ाम देती हैं-नूरुल शाह

सण्डीला(हरदोई) हिन्दुतान के महान सूफ़ी सन्त हज़रत ख़्वाजा सय्यद निज़ामुद्दीन औलिया महबूबे इलाही देहलवी रह0 के 721 वें उर्स मुबारक के अवसर पर नगर के मोहल्ला मंगल बाज़ार में स्थित ख़ानक़ाहे साग़रया चिश्तिया निज़ामिया में अज़मते औलिया कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।जिसमें क़स्बा की दरगाहों के सज्जादा नाशीनो ने शिरकत की।कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए ख़ानक़ाहे रज़ा के सज्जादा नशीन पीर नूरुल हसन शाह चिश्ती साबरी ने कहा ये वलियों की दरगाहें अमन मोहब्बत का पैग़ाम देती हैं औलियाए कराम की शिक्षा तमाम लोगो के लिए सही रास्ता दिखाने वाली शिक्षा है।उन्होंने कहा की पीरों और सूफियों ने हमेशा सभी धर्मों के सम्मान व सबसे प्रेम की शिक्षा दी है।

 नायब शहर क़ाज़ी हकीम सय्यद असद ने कहा औलिया अम्बिया के वारिस हैं।क़ुरआन में अल्लाह ने वलियों को अपना दोस्त कहा है।क्योंकि उन्होने अपने अमल से अल्लाह को राज़ी किया।ख़ानक़ाहे मतलूबिया महेतवाना के नायब सज्जादानशीन नूरूल हक़ सफ़वी चिश्ती ने कहा ओैलियाए कराम की तालीम और पैग़ामें इंसानियत ने हिन्दुस्तान के अवाम पर एक खास असर छोड़ा है।

दरगाह हज़रत साग़र मियां के सज्जादानशीन मुईज़ उद्दीन साग़री चिश्ती निज़ामी ने कहा कि औलिया कराम के ये आस्ताने इल्म और अमल की दुनिया से रोशन हैं। यहां हर धर्म समुदाय के लोगों को फैज़ मिलता है।

इसके अलावा फ़रीद उद्दीन अहमद,दरगाह, शफी अहमद साबरी, मुन्ना साबरी,दरगाह दादा मियां के सज्जादानशीन इस्हाक़ अली बाबा खान साबरी, फरहान साबरी,मसूदूल हसन,अनवारुल हक़ ने कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित किया।चौधरी नदीम साग़री,हाफ़िज़ फ़रहानुल हक़,हाफ़िज़ शाह आलम ने अपना कलाम पढ़ा।संचालन सूफ़ी इक़बाल ने किया आख़िर में हज़रत महबूबे इलाही नज़र ख़्वानी के बाद देश में अमन व शान्ति की दुआ के साथ कॉन्फ्रेंस का समापन हुआ।








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