पीरे तरीक़त आफताबे शरीअत मख़्दूम ज़ादा हज़रत शाह सय्यद शरफ़ उद्दीन अहमद साग़र मियां रहमतुल्लाह अलैह की ख़िदमत में .........बा यादगार जनाब हज़रत सागर मियां रहमा ...................
शाहे "साग़र " पिया आज दूल्हा बने
महबूबे आलम के दिल की तमन्ना बने,
मक़सूदे आलम की सूरत सरापा बने
दर्द मंदों आओ मय परस्तों चलो
जाने "सागर" बने हुस्ने मीना बने।
महबूबे आलम के दिल की तमन्ना बने,
मक़सूदे आलम की सूरत सरापा बने
दर्द मंदों आओ मय परस्तों चलो
जाने "सागर" बने हुस्ने मीना बने।
यौम ए विसाल जनाब हज़रत सागर मियां
मदरसा मदीन्तुल उलूम व दीगर बच्चों ने अपने बेहतरीन अंदाज़ में नाअत मनक़बत पढ़ी।
*जिसमें नजीब साग़री ने अपने बेतरीन अंदाज़ में नअत पढ़कर अव्वल,अबुज़र ने दूसरा,अरबिया साग़र ने तीसरा मुकाम हासिल किया*
इसके अलावा मो0 मुस्तफा,फैज़ुल हसन साग़री,शहज़ाद,तसमिया,हिफ़ज़ा, यासमीन वग़ैरा ने का कलाम ने बेहतरीन अंदाज़ में नाअत शरीफ़ पढ़ी।